Followers

Tuesday 10 September 2019

Meaning of life

पा कर खोने का एहसास है
मन क्यों आज फिर उदास है

मिला जो उसकी खुशी नही
ना मिला जो लगे वो खास है

होगी पूरी तलाश ए मन्ज़िल ए ज़िंदगी
एक मुद्दत से बस यही आस है

जो थमी तो ठंडी होगी मौत सी
जो मुसलसल है वही साँस है

बावरा मन भटकता आवारा सा
पहचान जो सुकूँ आस पास है

ज़िंदादिली ही है तरकीब प्यारे
झूम ले नही तो ज़िंदा लाश है

डॉ प्रतीक तिवारी

Tuesday 4 December 2012

द्वंद्व 
जीवन  एक अबूझ पहेली